मधुमेह क्या है? (diabetes): इसके कारण, उपाय और लक्षण |
मधुमेह क्या है (diabetes)?:
मधुमेह, जिसे हम डायबिटीज भी कहते हैं, एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर में इंसुलिन का उत्पादन कम हो
जाता है या शरीर इंसुलिन का सही ढंग से उपयोग नहीं कर पाता। इंसुलिन एक हार्मोन है
जो हमारे खून में ग्लूकोज (शुगर) के स्तर को नियंत्रित करता है। जब शरीर में
ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, तो यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है|
मधुमेह(diabetes) के प्रकार:
मधुमेह मुख्यतः दो प्रकार का होता है: टाइप 1 और टाइप 2 |
टाइप 1: मधुमेह
आमतौर पर बच्चों या युवा वयस्कों में विकसित होता है। इस प्रकार में शरीर इंसुलिन
का उत्पादन बिल्कुल नहीं कर पाता क्योंकि प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से इंसुलिन
बनाने वाली कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। इससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता
है, और मरीजों को नियमित रूप से इंसुलिन इंजेक्शन लेने की आवश्यकता होती है।
टाइप 2: मधुमेह अधिक सामान्य है और आमतौर पर वयस्कों में होता है,
हालांकि यह अब
बच्चों में भी बढ़ रहा है। इसमें शरीर इंसुलिन तो बनाता है, लेकिन या तो इसकी मात्रा
पर्याप्त नहीं होती या शरीर इसका सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाता। यह स्थिति
अक्सर मोटापे, शारीरिक गतिविधि की कमी और अनियमित आहार से जुड़ी होती है।
टाइप 2 मधुमेह के इलाज के लिए lifestyle में बदलाव, जैसे कि संतुलित आहार,
नियमित व्यायाम,
और कभी-कभी
दवाओं की जरूरत होती है।
मधुमेह(diabetes) होने के कारण:
मधुमेह होने के कई कारण हो सकते हैं, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य और जीवनशैली से संबंधित
होते हैं।
टाइप 1 मधुमेह में, यह एक ऑटोइम्यून प्रक्रिया है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा
प्रणाली गलती से इंसुलिन बनाने वाली अग्न्याशय की कोशिकाओं को नष्ट कर देती है। इस
प्रकार के मधुमेह का सटीक कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह आनुवंशिकी और
पर्यावरणीय कारकों का संयोजन हो सकता है।
टाइप 2 मधुमेह के लिए कुछ प्रमुख कारक निम्नलिखित हैं:
- अनुवांशिकी:
परिवार में मधुमेह का इतिहास होने पर व्यक्ति के लिए
इसका जोखिम बढ़ जाता है।
- मोटापा:
अधिक वजन होना, विशेष रूप
से पेट के आसपास, इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकता है।
- कम
शारीरिक गतिविधि: शारीरिक रूप से सक्रिय न रहने से वजन बढ़ सकता है और
इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं हो पाता।
- खराब आहार:
उच्च शर्करा, संतृप्त वसा और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों
का सेवन मधुमेह के जोखिम को बढ़ा सकता है।
- उम्र:
उम्र बढ़ने के साथ मधुमेह का खतरा भी बढ़ता है,
खासकर 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में।
- हार्मोनल
बदलाव: गर्भावस्था के दौरान या कुछ हार्मोनल विकारों के कारण
भी मधुमेह हो सकता है।
- तनाव और नींद की कमी: लगातार तनाव और पर्याप्त नींद न लेना भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
मधुमेह(diabetes) के मुख्य लक्षण:
मधुमेह के लक्षण व्यक्ति और प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकते हैं, लेकिन कुछ
सामान्य लक्षण निम्नलिखित हैं:
- अधिक
प्यास: लगातार प्यास लगना, भले ही आप
पर्याप्त पानी पी रहे हों।
- बार-बार
पेशाब आना: अधिक मात्रा में पेशाब आना, खासकर रात
के समय।
- थकान:
अक्सर थकान महसूस करना, भले ही आप
पर्याप्त नींद ले रहे हों।
- वजन में
कमी: बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन घटाना, खासकर
टाइप 1 मधुमेह में।
- भूख में
वृद्धि: भूख का बार-बार लगना, भले ही
आपने पहले ही खाया हो।
- धुंधली
दृष्टि: आंखों की दृष्टि में अस्थायी धुंधलापन या बदलाव।
- त्वचा में
खुजली: त्वचा में खुजली, विशेषकर
जननांग क्षेत्र में।
- घाव का
धीमा भरना: चोट या घाव का भरने में समय लगना।
- नसों में
सुन्नता या झुनझुनी: हाथों और पैरों में सुन्नता या झुनझुनी महसूस होना।
मधुमेह(diabetes) को नियंत्रित रखने के उपाय :
मधुमेह के प्रबंधन के लिए
कई उपाय हैं, जो व्यक्ति के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं:
- संतुलित
आहार: एक स्वस्थ और संतुलित आहार अपनाएं, जिसमें फल,
सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा
वाले प्रोटीन शामिल हों। शर्करा और अस्वस्थ वसा का सेवन सीमित करें।
- नियमित
व्यायाम: सप्ताह में कम से कम 150 मिनट की
मध्यम व्यायाम करें, जैसे कि तेज चलना, साइकिल
चलाना या तैरना। यह वजन को नियंत्रित करने और रक्त शर्करा को स्थिर रखने में
मदद करता है।
- वजन
नियंत्रण: अगर आप अधिक वजन के हैं, तो वजन
घटाने से मधुमेह के लक्षणों में सुधार हो सकता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता
बढ़ सकती है।
- नियमित
जांच: रक्त शर्करा के स्तर की नियमित जांच कराएं और डॉक्टर
की सलाह पर चलें। इससे आप अपने मधुमेह को बेहतर तरीके से नियंत्रित कर सकते
हैं।
- तनाव
प्रबंधन: ध्यान, योग, और गहरी सांस लेने की तकनीकों का अभ्यास करें। तनाव को
कम करने से शरीर की सामान्य स्वास्थ्य स्थिति में सुधार हो सकता है।
- पर्याप्त
नींद: रोजाना 7-8 घंटे की अच्छी नींद लें। नींद की कमी
इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकती है।
- दवाओं का
सही उपयोग: अगर डॉक्टर ने दवा निर्धारित की है, तो उसे
समय पर और सही मात्रा में लें। नियमित दवा लेना मधुमेह को नियंत्रित करने में
महत्वपूर्ण है।
- पानी की
मात्रा बढ़ाएं: पर्याप्त पानी पीना महत्वपूर्ण है। यह शरीर में शर्करा
के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है।
- धूम्रपान
और शराब से बचें: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन मधुमेह के लक्षणों
को बिगाड़ सकता है, इसलिए इन्हें सीमित करें या टालें।
इन उपायों का पालन करके आप मधुमेह को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं और
एक स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें और व्यक्तिगत स्थिति
के अनुसार उपाय अपनाएं।
FAQ
Ques-1 मधुमेह से बचने के लिए क्या करें?
- संतुलित आहार लें – फलों, सब्जियों और साबुत अनाज का सेवन बढ़ाएं।
- नियमित व्यायाम करें – रोज़ कम से कम 30 मिनट की हलकी गतिविधि करें।
- वजन नियंत्रित रखें – ज्यादा वजन से बचें और वजन को स्वस्थ स्तर पर बनाए रखें।
- चीनी और वसा से बचें – अधिक शक्कर और तैलीय खाद्य पदार्थों से दूर रहें।
- रक्त शर्करा की नियमित जांच करवाएं – समय-समय पर ब्लड शुगर की जांच कराएं।
इन उपायों से मधुमेह के खतरे को कम किया जा सकता है।
Ques-2 शुगर बढ़ने का मुख्य कारण क्या है?
Ques-3 Normal sugar कितनी होनी चाहिए?
- खाली पेट (फास्टिंग शुगर): 70 से 99 mg/dL (मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर)
- खाना खाने के 2 घंटे बाद (पोस्टप्रैंडियल शुगर): 140 mg/dL से कम
- हैमोग्लोबिन A1c: 5.7% से कम (यह 2-3 महीने का औसत शुगर लेवल दिखाता है)
अगर शुगर लेवल इन सीमाओं से ज्यादा हो, तो यह मधुमेह या प्री-डायबिटीज का संकेत हो सकता है।
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