बदहजमी (अपच)- Indigestion बार बार होना: क्या है इसका कारण, लक्षण और घरेलु उपाय|
बदहजमी एक सामान्य समस्या है, जो अक्सर हमारी दिनचर्या का हिस्सा बन जाती है। यह तब होती है जब हमारा पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता, और हमें पेट में भारीपन, गैस, या ऐंठन महसूस होती है। इसके कारण हमें खाने का सही आनंद नहीं मिल पाता और हमारी दिनचर्या पर भी असर पड़ता है।
हम सभी ने कभी न कभी ऐसा महसूस किया होगा जब भोजन के बाद पेट में भारीपन या असहजता का अनुभव हुआ हो। यह स्थिति आमतौर पर तब होती है जब हम अधिक भोजन कर लेते हैं, तेज या मसालेदार खाना खाते हैं, या फिर खाने के बाद तुरंत गतिविधि करने लगते हैं। इसके अलावा मानसिक तनाव, गलत खानपान और अस्वस्थ जीवनशैली भी बदहजमी का कारण बन सकती है।
बदहजमी को दूर करने के लिए कुछ आसान उपाय किए जा सकते हैं। सबसे पहले, छोटे-छोटे आहार लेना और समय पर भोजन करना महत्वपूर्ण है। साथ ही, हल्का और सुपाच्य खाना खाना भी पाचन को सुधार सकता है। अधिक पानी पीने, व्यायाम करने और मानसिक शांति बनाए रखने से भी पाचन क्रिया बेहतर होती है। अगर बदहजमी बार-बार होने लगे, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी हो सकता है ताकि किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या का पता चल सके।
इस प्रकार, बदहजमी एक सामान्य लेकिन परेशान करने वाली स्थिति है, जिसे सही खानपान और जीवनशैली के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।
बदहजमी (अपच) - क्या है?
बदहजमी या अपच, पाचन तंत्र में
आने वाली एक समस्या है, जहां भोजन सही
ढंग से नहीं पचता। यह आमतौर पर पेट में असहजता और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं के
साथ होती है।
अपच (बदहजमी) होने के कारण
अपच होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ कारण
प्रमुख हैं और नीचे दिए गए हैं| जैसे-
- खराब
खानपान: व्यक्ति
को तले-भुने या अत्यधिक मसालेदार खाद्य पदार्थ को खाने की वजह से भी हो सकता
है|
- अधिक भोजन: एक बार में बहुत अधिक खाना खाना भी बदहजमी
का कारन हो सकता है।
- तनाव: कभी कभी व्यक्ति की मानसिक तनाव भी पाचन पर
नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है और अपच का कारण बन सकता है|
- व्यायाम
की कमी: व्यक्ति
की शारीरिक गतिविधियों की कमी भी अपच का कारण बन सकती है।
- हॉर्मोनल
बदलाव: खासकर
महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण भी बदहजमी हो सकता
है|
बार बार अपच (repeated dyspepsia) होने के अधिकांश मामले निम्न कारणों से भी हो सकते हैं| जैसे-
- अवशोषण
संबंधी विकार जैसे “सीलिएक” रोग के कारण भी अपच हो सकता
है।
- पेट में
एसिड का अधिक उत्पादन होना भी गैस्ट्राइटिस का कारण बन सकता है।
- जीवाणु
संक्रमण जैसे “हेलिकोबैक्टर पायलोरी” के कारन भी अपच हो सकता है।
- लंबे समय
तक दवाओं का सेवन करना भी बदहजमी का कारण बन सकता है|
अपच के अन्य सामान्य कारणों में शामिल हैं:
- धूम्रपान पाचन
तंत्र को प्रभावित कर सकता है।
- अधिक
कैफीन कॉफी या चाय का सेवन करना भी बदहजमी का कारण हो सकता है।
- अनियमित
भोजन अर्थात समय-समय पर खाना न खाना भी अपच कोने की वजह हो सकती है।
बदहजमी (अपच) होने के लक्षण:
बदहजमी के सामान्य लक्षण नीचे दिए गए हैं|:
- पेट में
भारीपन या दर्द
- मिचली या
उल्टी
- गैस बनना
- भूख में
कमी
- पाचन की
समस्या
डिस्पेप्सिया (बदहजमी) का निदान:
डॉक्टर आमतौर पर लक्षणों की जांच करते हैं और आवश्यकतानुसार कुछ परीक्षण करते
हैं| जैसे:
- एंडोस्कोपी
- अल्ट्रासाउंड
- रक्त
परीक्षण
अपच (बदहजमी) में जटिलताएं
अगर अपच का इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर
जटिलताएं उत्पन्न कर सकता है, जैसे:
- पाचन
तंत्र में घाव
- पेट में
सूजन
- पोषण की
कमी
अपच (बदहजमी) में क्या खाना चाहिए
अपच से राहत पाने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थ फायदेमंद हो सकते हैं:
- हल्का
भोजन: दलिया, खिचड़ी
- ताजे फल
और सब्जियां
- अदरक चाय
- प्रोबायोटिक
खाद्य पदार्थ: जैसे दही
अपच के लिए परहेज
अपच के दौरान किन चीजों से बचना चाहिए:
- तला हुआ
और मसालेदार भोजन
- कैफीन और
अल्कोहल
- चॉकलेट
- सोडियम युक्त खाद्य पदार्थ
अपच (बदहजमी)- के घरेलु उपाय:
बदहजमी (अपच) के लिए कुछ सरल और प्रभावी घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं:
1. अदरक
अदरक का सेवन करने से पाचन तंत्र को सुधारने में मदद मिलती है। आप अदरक की चाय बना सकते हैं या अदरक का टुकड़ा चबा सकते हैं।
2. पुदीने की चाय
पुदीने की चाय पीने से पेट में आराम मिलता है और पाचन में सुधार होता है।
3. नींबू पानी
गुनगुने पानी में नींबू का रस और थोड़ा नमक मिलाकर पीने से पाचन में सुधार हो सकता है।
4. दही
प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसे नियमित रूप से सेवन करें।
5. फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ
फलों, सब्जियों और साबुत अनाज का सेवन करें। ये पाचन को बेहतर बनाते हैं।
6. हल्का व्यायाम
भोजन के बाद थोड़ा टहलने से पाचन में मदद मिलती है।
7. गर्म पानी
भोजन के बाद गर्म पानी पीने से पाचन में सहायता मिलती है।
8. तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों को चबाने से अपच के लक्षणों में राहत मिलती है।
9. कढ़ी पत्ते
कढ़ी पत्ते चबाने से पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है।
10. सही खानपान
हल्का और संतुलित आहार लें। तले-भुने और मसालेदार भोजन से परहेज करें।
इन उपायों का नियमित रूप से पालन करने से आप अपच की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित कर सकते हैं। अगर समस्या बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना उचित है।
FAQ
Ques-1 बार-बार बदहजमी क्यों होती है?
गलत खानपान: अधिक तला-भुना, मसालेदार या वसा से भरपूर भोजन खाने से पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे बदहजमी हो सकती है।
अत्यधिक भोजन: बहुत अधिक भोजन करना, खासकर एक बार में, पाचन तंत्र को ठीक से काम करने का समय नहीं देता और इसके कारण पेट में भारीपन और ऐंठन हो सकती है।
तनाव और मानसिक दबाव: मानसिक तनाव, चिंता या अवसाद पाचन को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे बदहजमी की समस्या बार-बार हो सकती है।
कम शारीरिक सक्रियता: यदि आप अधिक समय तक बैठकर रहते हैं और शारीरिक गतिविधि कम करते हैं, तो पाचन धीमा हो सकता है, जिससे बदहजमी हो सकती है।
पानी की कमी: पर्याप्त पानी न पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे पाचन क्रिया पर असर पड़ता है और बदहजमी होती है।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ: कुछ बीमारियाँ, जैसे गैस्ट्राइटिस, अल्सर, या इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS), बार-बार बदहजमी का कारण बन सकती हैं।
दवाओं का असर: कुछ दवाएं, जैसे एंटीबायोटिक्स या दर्द निवारक दवाएं, पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकती हैं और बदहजमी का कारण बन सकती हैं।
अगर बार-बार बदहजमी हो रही हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है, ताकि सही कारण का पता चल सके और उचित उपचार किया जा सके।
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